लोह (आइरन्) की ताक़त
लोह ( आइरन् ) की ताक़त वैशाख कृष्णा ४ रविवार वि०संवत् २०७६ आज सवेरे प्रातराश में केला पाया , काले काले दाग ़ दिखे उसके छिलके पर । सोचा ; ये तो लोहा चमक उठा है बाहर , जो इसके तन में भरपूर रह ा है भीत र ॥ १॥ जब इस कच्चे को तोड़ा , ये हरा - भरा था ? दाग ़ कहीं भी इसके तन पर नहीं पड़ा था । व्यापारी ने इसे पका पीला कर ड़ाला , हम तक आते इसे बहुत कुछ सहना ही था ॥ २॥ पथ में रगड़क खाते काले दाग पड़े थे , लोहे के कारण इसने वे सभी सहे थे । मानव जीवन में जब रगड़़क लगती है , लोहित तुरत नज़र आ जाता उसी जगह पर ॥ ३॥ केला पोषक रक्त धातु का सुप्रसिद्ध है , कदलीफल भी मानवतन सम सर्वसिद्ध है । कुछ तो इस काले वाले को काट फैंकते , हम तो संग्रह लोह जान तबियत से खाते ॥ ४॥ केले का पीला छिलका ही बाकी रखते , क्योंकि इसे नकली ढब से तैयार किया है । असली माल सदा हासिल करने को , नैसर्गिक जीवन ही रखते सुख पाने को ॥ ५॥ इसी चिकित्सा में मेरा विश्वास जमाँ ह